Friday, December 25, 2009

Christmas at Prashanthi Nilyam with Sri Sathya Sai Baba





## क्रिसमस की शुभकामनाये ## ** spiritual.saismriti.org का दुसरे वर्ष में प्रवेश। स्वामी से और अधिक कार्य तथा आपका साथ बने रहने के लिए प्रार्थना ** जब यीशु का जन्म हुआ तब तीन बुद्धिमान व्यक्ति जो एक तारे के पीछे थे उनके जन्मस्थली तक पहुचे। जब उन्होंने नवजात बच्चे को देखा तो अपने ह्रदय पर हाथ रखकर उनको नमन किया। पहले संत ने मरियम से कहा "ये परमेश्वर से प्यार करता है"। दुसरे संत ने कहा "प्रभु उसे प्रेम करते हैं"। तीसरे ने कहा "ये परमेश्वर है"। यीशु के बारे में इन तीन घोषणाओं का आंतरिक महत्व क्या है? पहले घोषणा का मतलब है कि यीशु परमेश्वर के एक दूत है। एक दूत ने अपने गुरु से प्यार कर सकते हैं, लेकिन गुरु इतनी आसानी से अपने दूत को नहीं प्यार नहीं करेगा। दुसरे घोषणा का मतलब है कि वह परमेश्वर का पुत्र है, एक पिता के लिए उसका बेटा सबसे प्यारा होता है। तीसरी घोषणा पिता और पुत्र की एकता को दर्शाता है। इसका अर्थ यह है कि परमेश्वर का पुत्र अपनी पिता की जगह पहुचने का हकदार है। ~ बाबा

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